यू चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो,

यू चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो,

मोर,चकोर,पपीहा,कोयल सबको मात करो..

सावन तो मन-बगिया से बिन बरसे बीत गया ,

रस मैं डूबे नगमे की अब तुम बरसात करो …

हिज्र की एक लम्बी मंजिल को जानेवाला हू अपनी यादो ले

2 Responses to “यू चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो,”

  1. sunil Says:

    यू चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो,

    मोर,चकोर,पपीहा,कोयल सबको मात करो..

    सावन तो मन-बगिया से बिन बरसे बीत गया ,

    रस मैं डूबे नगमे की अब तुम बरसात करो …

    हिज्र की एक लम्बी मंजिल को जानेवाला हू अपनी यादो ले

  2. khetesh Says:

    हिन्दी इन्टरनेट:
    http://hindiinternet.blogspot.com/

    कृपया हिन्दी में इन्टरनेट को बढावा देने व नए उपयोग कर्ताओं की मदद के लिए इस लिंक को अपने सब दोस्तों को भेजें व अपने ब्लॉग या वेब पेज पर डालें , धन्यवाद |


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